Sunday, January 30, 2011

अमेरिका में चमक रही हिंदी की बिंदी


अपनी हिंदी का डंका अमेरिका में भी खूब बज रहा है। वहां के छात्र न सिर्फ हिंदी सीख रहे हैं, बल्कि उनके लबों पर सदाबहार हिंदी गीत भी तैर रहे हैं। इसका श्रेय जाता है लर्न हिंदी एंड हिंदी सांग नामक पुस्तक को। साहित्यकार डॉ. अंजना संधीर ने इस पुस्तक को लिखा है। अमेरिका की प्रमुख कंपनी न्यूयार्क लाइफ इंश्योरेंस ने इसकी 50 हजार प्रतियां अपने देश के छात्रों में नि:शुल्क बंटवाई हैं। लर्न हिंदी एंड हिंदी सांग पुस्तक अन्य किताबों से हटकर बेहद रोचक शैली में लिखी गई है। इसमें हिंदी की बारहखड़ी का अंग्रेजी उच्चारण तो है ही, साथ में सदाबहार हिंदी गीतों का अंग्रेजी रूपांतरण भी है। यहां तक कि गीत के हर बोल का अंग्रेजी अर्थ भी दिया गया है। 176 पृष्ठ की इस किताब में भारत में प्रचलित आम शब्दों की अंग्रेजी खास तौर पर दी गई है। दून भ्रमण पर आई डॉ. संधीर ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में बताया कि वह इस किताब से अमेरिकी छात्रों को हिंदी सिखा रही हैं। उनके मुताबिक यूएस में हिंदी का प्रभुत्व लगातार बढ़ रहा है। हिंदी ग्लोबल भाषा के रूप में तेजी से अपनी पहचान बना रही है। भारतीय मूल की लेखिका संधीर पिछले 15 सालों से अमेरिका में हैं और वहां हिंदी के प्रचार-प्रसार की दिशा में कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि पुस्तक को न्यूयार्क लाइफ इंश्योरेंस के पदाधिकारियों ने काफी पसंद किया है।



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